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- Points to Churn from the Murli of June 1, 2011:
Posted by : Biradar Mahesh
Tuesday, May 31, 2011
Om Shanti Divine Angels!
Points to Churn from the Murli of June 1, 2011:
My Baba…Loving Baba…Kind-hearted Baba…Compassionate Baba…
Praise of Baba:
The Supreme Father the Supreme Soul is…Incorporeal…Master Almighty Authority…the Truth…the Seed…the Living Being…the Ocean of Bliss…the Ocean of Knowledge…the Ocean of Purity…Unlimited…Ever-Pure…Forever…the Creator…the Liberator…the Businessman…the Magician…the God Father…
Yog Drill:
1. We, the souls- I am a divine angel…I am pure and make others pure…
2. We, the souls- I am the master of the world…I follow shrimat…
3. We, the souls- I am an unlimited renunciate…a Godly student…
4. We, the souls- I am the king of kings…I follow the Father…
5. We, the souls- I am a soul…I have the right over the Father’s inheritance…
6. We, the souls- I have liberation-in-life…all souls are brothers…
7. We, the souls- I am a master ocean of peace…I spread the rays of peace in the whole world…
8. We, the souls- I am a master sun of knowledge…I am the child of the Sun of Knowledge…I am personally in front of the Father…
ॐ शान्ति !
विचार मंथनके पॉइंट्स: जून १, २०११:
मेरा बाबा ..प्यारा बाबा ..मीठा बाबा ..दयालु बाबा .. कृपालु बाबा ....
बाबा की महिमा ....
परमपिता परमात्मा शिवबाबा ... निराकार ...सर्वशक्तिमान ....सत ....
बीजरूप ... चैतन्य ...आनन्द का सागर ... ज्ञान का सागर ... पवित्रता का सागर ....
अनलिमिटेड ...एवर प्योर ...फार एवर ... रचयिता ... लिब्रेटर ....सौदागर ... जादूगर ....
गोड़ फाधर ...
योग ड्रिल:
१. हम आत्मायें - मैं पवित्र बनने और बनाने वाला दिव्य फ़रिश्ता हूँ ....
२. हम आत्मायें- मैं श्रीमत पर चलने वाला विष्व का मालिक हूँ ....
३. हम आत्मायें - मैं बेहद का सन्यासी हूँ .... मैं गोड्ली स्टुडेंट हूँ ....
४. हम आत्मायें - मैं फोलो फाधर करने वाला राजाओं का राजा हूँ ....
५. हम आत्मायें - मैं बाप के वर्से का अधिकारी एक आत्मा हूँ ....
६. हम आत्मायें - सब आत्मायें भाई- भाई हैं ....जीवनमुक्त हूँ ....
७. हम आत्मायें - मैं मास्टर शांति का सागर सारे विष्व में शांति की किरणें फैला रहा हूँ ....
८. हम आत्मायें- मैं ज्ञान सूर्य का संतान मास्टर ज्ञान सूर्य हूँ .. बाप के सम्मुख हूँ ..
योग ड्रिल का सार :-
मैं दैवी मैनर्स वाला... पवित्र बनने और बनाने वाला ...श्रीमत वाला ...बेहद का सन्यासी ....
गोड्ली स्टुडेंट ...फोलो फाधर करने वाला ...वर्से का अधिकारी ...मास्टर शांति का सागर ....
मास्टर ज्ञान सूर्य ... सर्व गुणों का अनुभवीमूर्त हूँ ....बाप के समीप समान साथ और सम्मुख हूँ ....
Points to Churn from the Murli of June 1, 2011:
My Baba…Loving Baba…Kind-hearted Baba…Compassionate Baba…
Praise of Baba:
The Supreme Father the Supreme Soul is…Incorporeal…Master Almighty Authority…the Truth…the Seed…the Living Being…the Ocean of Bliss…the Ocean of Knowledge…the Ocean of Purity…Unlimited…Ever-Pure…Forever…the Creator…the Liberator…the Businessman…the Magician…the God Father…
Yog Drill:
1. We, the souls- I am a divine angel…I am pure and make others pure…
2. We, the souls- I am the master of the world…I follow shrimat…
3. We, the souls- I am an unlimited renunciate…a Godly student…
4. We, the souls- I am the king of kings…I follow the Father…
5. We, the souls- I am a soul…I have the right over the Father’s inheritance…
6. We, the souls- I have liberation-in-life…all souls are brothers…
7. We, the souls- I am a master ocean of peace…I spread the rays of peace in the whole world…
8. We, the souls- I am a master sun of knowledge…I am the child of the Sun of Knowledge…I am personally in front of the Father…
ॐ शान्ति !
विचार मंथनके पॉइंट्स: जून १, २०११:
मेरा बाबा ..प्यारा बाबा ..मीठा बाबा ..दयालु बाबा .. कृपालु बाबा ....
बाबा की महिमा ....
परमपिता परमात्मा शिवबाबा ... निराकार ...सर्वशक्तिमान ....सत ....
बीजरूप ... चैतन्य ...आनन्द का सागर ... ज्ञान का सागर ... पवित्रता का सागर ....
अनलिमिटेड ...एवर प्योर ...फार एवर ... रचयिता ... लिब्रेटर ....सौदागर ... जादूगर ....
गोड़ फाधर ...
योग ड्रिल:
१. हम आत्मायें - मैं पवित्र बनने और बनाने वाला दिव्य फ़रिश्ता हूँ ....
२. हम आत्मायें- मैं श्रीमत पर चलने वाला विष्व का मालिक हूँ ....
३. हम आत्मायें - मैं बेहद का सन्यासी हूँ .... मैं गोड्ली स्टुडेंट हूँ ....
४. हम आत्मायें - मैं फोलो फाधर करने वाला राजाओं का राजा हूँ ....
५. हम आत्मायें - मैं बाप के वर्से का अधिकारी एक आत्मा हूँ ....
६. हम आत्मायें - सब आत्मायें भाई- भाई हैं ....जीवनमुक्त हूँ ....
७. हम आत्मायें - मैं मास्टर शांति का सागर सारे विष्व में शांति की किरणें फैला रहा हूँ ....
८. हम आत्मायें- मैं ज्ञान सूर्य का संतान मास्टर ज्ञान सूर्य हूँ .. बाप के सम्मुख हूँ ..
योग ड्रिल का सार :-
मैं दैवी मैनर्स वाला... पवित्र बनने और बनाने वाला ...श्रीमत वाला ...बेहद का सन्यासी ....
गोड्ली स्टुडेंट ...फोलो फाधर करने वाला ...वर्से का अधिकारी ...मास्टर शांति का सागर ....
मास्टर ज्ञान सूर्य ... सर्व गुणों का अनुभवीमूर्त हूँ ....बाप के समीप समान साथ और सम्मुख हूँ ....